सूरन की सब्जी की रेसिपी । Suran ki Sabji Recipe in Hindi: A Vegetarian Delight
खाने में स्वादिष्ट Suran ki Sabji या Ratalu ki Sabji या jimikand ki sabji बनाने की विधि जानें और अपने खाने को दे नया अंदाज़। इस Suran ki Sabji या Jimikand Sabji में हैं अनेक स्वादिष्ट मसाले जो इसे और भी लाजवाब बनाते हैं। इसे बनाने की सबसे आसान विधि सीखें और स्वस्थ और स्वादिष्ट व्यंजन का लुत्फ उठाएं।
सूरन की सब्जी या जिमीकंद की सब्जी का परिचय: Introduction of Suran ki Sabji or Elephant Foot Yam or Jimikand Sabji:
सूरन (suran), जिमीकंद (Jimikand), याम (Yaam), रतालू (Ratalu), एलिफेंट फुट (Elephant Foot Yam) यह सब एक ही सब्जी के नाम है जिसे अलग अलग जगहों पर अलग अलग नामो से जाना जाता है।
जैसे कि पश्चिम बंगाल, असम, बिहार में इसे ओल (Ol, or Ool or Oal) कहा जाता है। उत्तर प्रदेश और गुजरात में इसे सूरन (suran) कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में, इसे जिमीकंद (Jimikand) या जमीकंद (Jamikand) कहा जाता है त्रिपुरा में, इसे बाटेमा और कर्नाटक में इसे सुवर्णगड्डे (suvarna gadde) कहा जाता है केरल में, इसे छैना नाम से जाना जाता है।
वैसे तो Suran ki Sabji कभी भी बनाई जा सकती है लेकिन मुख्य रूप से उत्तर भारत में इसकी सब्जियां जूतियां और दीपावली त्यौहार पर बनाई जाती है।
इसका उपयोग करी, भर्ता, और अचार के रूप में किया जाता है। कुछ जगहों पर इसके हरी पत्तियों और तनों को सब्जियों के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यह सब्जी उत्तर भारत में बहुत ही लोकप्रिय है। Jimikand sabji या suran bhaji या Suran ki Sabji या Ratalu ki Sabji बनाने में आसान होती है और इसमें बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं।
Suran or Yaam or Elephant Foot Yam का भारतीय चिकित्सा में भी उपयोग किया जाता है।
आज इस रेसिपी के माध्यम से हम elephant foot yam या ratalu ki sabji या jimikand ki sabji की बनाना सीखेंगे, बिल्कुल आसान तरीकों से। जो खाने में स्वादिष्ट तो है ही, पौष्टिकता से भी भरपूर है, और रसोई में आपका समय भी बचाएगी।
इस रेसिपी के माध्यम से बनी सूरन की सब्जी (Suran ki Sabji or Suran Bhaji) आपके खाने के स्वाद को बढ़ा देगी। तो आइए बनाते हैं, कुछ आसान तरीकों से अलग तरह की सूरन की सब्जी।
जिमीकंद या रतालू सब्जी की रेसिपी । Elephant Foot Yam or Jimikand Sabji Recipe or Ratalu ki Sabji Recipe
Equipment
- 1 बड़े आकार का पैन
- प्रेसर कुकर
- 1 चम्मच
- 1 चाकू
- 1 चॉपिंग बोर्ड
- 2 बाउल और प्लेट
Ingredients
- 500 ग्राम Yaam {सूरन/ रतालू/जिमीकंद)
- 4 Numbers बड़े प्याज़
- 1 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर
- 1 टीस्पून हल्दी पाउडर
- 1 टीस्पून गरम मसाला पाउडर
- 1 टीस्पून जीरा
- 1 टीस्पून राई
- 10-12 लहसुन की कलियां
- 1 इंच अदरक का टुकड़ा
- 4-5 Number लौंग
- 3-4 Number हरी इलायची
- 2 Number बड़ी इलायची
- 3-4 Number तेज पत्ते
- 1 इंच दालचीनी टुकड़ा
- 1 इंच जावित्रीटुकड़ा
- 10-12 Number काली मिर्च {साबुत}
- 4 Number लाल मिर्च {साबुत}
- 1 टेबलस्पून नींबू का रस
- 1 टेबलस्पून अमचूर पाउडर
- 1 कप पानी
- 1/2 कप तेल
- नमक स्वादानुसार
Instructions
- सबसे पहले, Yaam/ जिमीकंद/सूरन को छीलकर धो लें और उसे बड़े टुकड़ों में काट ले।
- लहसुन, अदरक और प्याज का पेस्ट बना ले।
- प्रेसर कुकर में Yaam {सूरन} के टुकड़ो को डाले और एक कप पानी और 1 टेबलस्पून नींबू का रस डाल कर मध्यम आच पर 1 से 2 सिटी आने तक पका ले।
- प्रेसर को अपने आप खुलने दे।
- अब इन टुकड़ों को निकाल कर कुछ देर ठंडा होने के लिए रख दे।
- अब, एक कड़ाही में तेल गर्म करें और उसमें इन टुकड़ों को गोल्डन ब्राउन होने तक फ्राई करे आप चाहें तो इनको सेलो फ्राई भी कर सकते है।
- अब, एक कड़ाही में तेल गर्म करें और उसमें जीरा,राई, लाल मिर्च {साबुत} और डालें सभी खड़े मसाले डाले और उसे 1 मिनट तक भूने।
- जब उसमें 1/2 कप बारीक कटा प्याज डालें और सुनहरा होने तक भूने।
- अब उसमे अदरक लहसुन और प्याज का पेस्ट डाल कर तेल छोड़ने तक उसे भुने।
- अब इसमें हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और गरम मसाला पाउडर डालें और अच्छी तरह मिलाते हुए 2 से 3 मिनट तक भूने।
- अब इसमें फ्राई किया हुआ याम/जिमीकंद/सूरन डालें और अच्छी से मिलाएं।
- अब इसमें 2 टेबलस्पून पानी डालें और इसे ढककर इसे धीमी आच पर 1 से 2 मिनट तक पका ले।
- अब इसमें कसूरी मेथी और हरा धनिया डाल कर मिलाएं।
- Yaam {रतालू} की स्वादिष्ट सब्जी बनकर तैयार है,नान चपाती या राइस के साथ गरमा गरम सर्व करे।
Notes
- याम को अधिक देर तक नहीं पकाये ज्यादा पकने से फ्राई करने में प्रॉब्लम होगी।
- यदि आप चाहे तो आप इसे प्रेशर कुकर की जगह पैन में भी उबाल सकते है।
- यदि आप खाने में ज्यादा oil पसंद नहीं करते हैं तो इसे डीप फ्राई करने की जगह सेलो फ्राई कर सकते हैं, या steam or baking भी कर सकते हैं।
- आप अगर तीखा खाना पसंद करते हैं, तो अपनी स्वाद अनुसार मिर्च की मात्रा पढ़ा सकते हैं।
- यदि अमचूर पाउडर नहीं है, तो उसकी जगह नींबू का रस ,या इमली इस्तेमाल कर सकते हैं।
- आप चाहे तो अपनी पसंद और आवश्यकतानुसार पानी की मात्रा बढ़ा सकते हैं।
कुछ मजेदार तथ्य। Fun Facts about Suran or Elephant Foot Yam or Jimikand or Oal/Ol/Ool
यह Yaam की सब्जी बनाने का आसान तरीका हैं। इसे आप अपने घर पर आसानी से बना सकते हैं और इसका स्वाद आपको बेहद पसंद आएगा। Elephant foot yam or Yaam or Jimikand में विटामिन सी, फोलेट, विटामिन बी6, बी1 और पोटैशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। यह सब्जी अलग-अलग तरीकों से तैयार की जा सकती है जैसे तावे पर या अंडे की भुजिया के साथ।
Yaam or Jimikand में बहुत कम मात्रा में फैट होता है और यह हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर की मात्रा भी अधिक होती है जो पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
Yaam या suran ki sabji या oal ki sabji खाना बेहद लाभदायक होता है। इसे बनाने के लिए बहुत ही सामान्य सामग्री की आवश्यकता होती है
Yaam की सब्जी में आयरन की मात्रा भी अधिक होती है जो हमारे शरीर के रक्त को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है इसके अलावा, Yaam की सब्जी में कैल्शियम भी होता है जो हमारी हड्डियों को मजबूत बनाता है।
अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो Yaam {सूरन} सब्जी आपके लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें कम कैलोरी होती है जो आपके वजन को कम करने में मदद करती है। Yaam {सूरन} की संतुलित मात्रा का सेवन करने से व्यक्ति को बहुत से फायदे होते हैं जैसे कि शरीर के लिए ऊर्जा प्रदान करता है, शरीर को ताकत देता है, blood sugarको नियंत्रित करता है, स्वस्थ त्वचा और बालों के लिए बहुत उपयोगी होता है।
Yaam {सूरन} सब्जी का सेवन बच्चों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। इससे उनके शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ती है जो उनके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
Yaam {सूरन} का इस्तेमाल दुनिया भर में लोगों द्वारा किया जाता है। Yaam {सूरन} अफ्रीका, एशिया, ओस्ट्रेलिया और अमेरिका के कुछ हिस्सों में उगाया जाता है। इसकी खेती भारत में भी की जाती है।
Yaam {सूरन} का उपयोग भोजन के अलावा अन्य कार्यों में भी किया जाता है। यह दवाओं का निर्माण करने में भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा, Yaam {सूरन} के रेशे कपड़ों के बुनावट में भी इस्तेमाल किए जाते हैं।
Yaam {सूरन} की खेती का इतिहास काफी पुराना है। इसका प्रथम उल्लेख आर्यों की संस्कृति में मिलता है। आर्य लोगों ने इसे खाद्य सामग्री के रूप में उपयोग किया था। Yaam {सूरन} का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माण में भी किया जाता है।
हालांकि, Yaam {सूरन} की सब्जी के अलावा इसकी जड़ें और पत्तियों का भी उपयोग किया जाता है। इससे आयुर्वेद में इसका उपयोग कई तरह की बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है।
Yaam {सूरन} सब्जी का सेवन करते समय ध्यान रखना चाहिए कि इसे संतुलित मात्रा में ही खाएं ताकि हमारे शरीर को सभी पोषक तत्वों की आवश्यकता पूरी हो सके। अधिक मात्रा में सूरन सब्जी का सेवन करने से शरीर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। जैसे कि सब्जी खाने से पेट में गैस बनने की समस्या या पेट में दर्द या अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
Yaam का सेवन विभिन्न रूपों में किया जाता है जैसे कि Yaam से बनाई जाने वाली कुछ मशहूर व्यंजन हैं Yaam के कबाब, Yaam का अचार, Yaam की सब्जी आदि।
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